Saturday, October 13, 2012



  हमर मोंन में 




अछी किछ बेचैनी मोंन में,
बुझु त किछ हलचल मोंन में ,
किछ कही नहि सकलौं इ अबूझ मोंन में ,
बुझु आहां किछ त हमार मोंन ,
आहां अपन मोंन में. 
आइब जाऊ ल क अपन संसार  हमर मोंन में . 

देखलौं वो मुस्कान बिटिया के अपन मोंन में ,
देखलौं वो मनुहार , वो दुलार अपन मोंन में ,
केलों याद हम आहां के बिटिया संग अपन मोंन में ,
आइब जाऊ ल क अपन संसार  हमर मोंन में .

अछी कतेक नेह आहां से,
कि कहु हम अपन मोंन में ,
एतेक दूर भेलौं आहां से ,
कि कहु हम अपन मोंन में,
बुझलौं इ थिक समयक फेर ,
भेल दुरी में भी स्नेह ,
कि कहु हम अपन मोंन में,
आइब जाऊ ल क अपन संसार  हमर मोंन में . 


Sunday, October 7, 2012


कुछ दिल के फ़साने बेक़रार 




बाते करनी थी तुम से कई हज़ार ,
कहने थे कुछ दिल के फ़साने बेक़रार ,
दूर हो तुम तो क्या कहे अब हम,
अब बस अपने ख्वाबों में ही 
कह दे दिल की बाते दो चार 


मेरी नन्ही सी मुस्कान 






मेरी नन्ही सी मुस्कान , जो है मेरा मन  प्राण ,
वो मेरी प्यारी बिटिया ,
मेरे जीवन की नयी पहचान ,
बन गयी है मेरा नया आधार, 
मेरी नन्ही सी मुस्कान , जो है मेरा मन  प्राण .

रच गयी है मेरे संसार में
ले आई जीवन में अरमानो कि नयी उड़ाने,
हम सबकी नयी अनुभूति 
हम सब कि नयी पहचान,
मेरी नन्ही सी मुस्कान , जो है मेरा मन  प्राण .

दिए हैं उसने जीने के नए आयाम,
देखना है उसके साथ कुछ नए रंगों को 
अब तो बस वही है, वही है,
हमारे अधरों कि मुस्कान   
मेरी नन्ही सी मुस्कान , जो है मेरा मन  प्राण 

हमारे लिए अब है सब कुछ वो,
रहे हमेशा खुश वो, 
हम सब कि प्यारी बिटिया 
हमारी नन्ही अरमान 
मेरी नन्ही सी मुस्कान , जो है मेरा मन  प्राण