हमर मोंन में
अछी किछ बेचैनी मोंन में,
बुझु त किछ हलचल मोंन में ,
किछ कही नहि सकलौं इ अबूझ मोंन में ,
बुझु आहां किछ त हमार मोंन ,
आहां अपन मोंन में.
आइब जाऊ ल क अपन संसार हमर मोंन में . देखलौं वो मुस्कान बिटिया के अपन मोंन में ,
देखलौं वो मनुहार , वो दुलार अपन मोंन में ,
केलों याद हम आहां के बिटिया संग अपन मोंन में ,
आइब जाऊ ल क अपन संसार हमर मोंन में .
अछी कतेक नेह आहां से,
अछी कतेक नेह आहां से,
कि कहु हम अपन मोंन में ,
एतेक दूर भेलौं आहां से ,
कि कहु हम अपन मोंन में,
बुझलौं इ थिक समयक फेर ,
भेल दुरी में भी स्नेह ,
कि कहु हम अपन मोंन में,
आइब जाऊ ल क अपन संसार हमर मोंन में .